Class 2 Short Moral Stories in Hindi -🙏 हेलो दोस्तों वा प्यारे बच्चों अगर आप भी इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं Class 2 Short Moral Stories in Hindi तो आपने बिलकुल सही वेबसाइट पर क्लिक किया है तो चलिए शुरू करते हैं। यह कहानियां ही तो है जो बच्चों के भोले मनों में हर छोटी से छोटी सीख बहुत अच्छी तरह से समझा देती है। तभी तो आज भी हमें अपने बचपन में सुनी हुई कहानियां व उनकी शिक्षा याद है।
यह कहानियां हमने खासकर कक्षा 1 के बच्चों के लिए तैयार की है ताकि वह इन्हें आसानी से पढ़ सके और इन कहानियों में हमने कई चित्रों का इस्तेमाल भी किया है ताकि वह चित्रों को देखकर भी अपना मनोरंजन करें और चित्रों के द्वारा बच्चों को सीखने में और भी ज्यादा सहायता मिलेगी। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं बहुत शॉर्ट एंड स्वीट नैतिक कहानियां जो आपको बेहद पसंद आएगी। इन कहानियों को पढ़कर आपको बहुत अच्छी सीख भी मिलेगी और आपको मजा भी आएगा। इंटरनेट की दुनिया में यह कहानियां बहुत थी Unique और शिक्षाप्रद साबित हुई हैं तो चलिए शुरू करते हैं।
1.घड़े की सोच – Hindi Story for Class 2 with Moral

एक बार किसी ने घड़े से पूछा कि तुम हर एक परिस्थिति में हमेशा ठंडे कैसे रहते हो? तो घड़ा जवाब में कहता है कि मैं हमेशा अपने दिमाग में एक बात याद रखता हूं कि मैं मिट्टी का बना हूं और मुझे मिट्टी में ही मिल जाना है तो घमंड किस बात का।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है यह हमें कभी भी किसी बात का घमंड नहीं करना चाहिए क्या पता कोई वस्तु अभी हमारे पास है वह कल रहे ना रहे।
2.घमंडी तोते की कहानी – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
यह कहानी है घमंडी तोते और कौवे की आपसे बातचीत की। एक घमंडी तोता था वह एक बहुत बड़े वृक्ष पर रहा करता था। उसे अपने सुंदर हरे पंखों पर बहुत नाज था और अपनी लाल चोंच का उसे बहुत घमंड। इसी घमंड में चूर एक दिन वह एक कौवे को देखता है और सोचता है कि कौवे के पंख काले रंग के हैं और कौवा कितना बदसूरत लगता है।
तो वह कौवे के पास जाता है और उसे कहता है क्या तुम्हें अपने यह काले रंग के पंख भद्दे नहीं लगते ? तुम बहुत गंदे दिखते हो यह तोता कौवे से कहता है। तोता अपने हरे पंखों की तारीफ करता है और जवाब में कौवा कहता है यही भद्दे पंख मुझे दूर तक उड़ने में सहायता करते हैं।
कुछ ही देर में एक शिकारी पिंजरा लिए वहां पहुंचता है और चुपचाप से तोते को कैद कर देता है। यह देख तोते को एहसास होता है कि उसकी सुंदरता भी उसके लिए अभिशाप है और कौवा कितना आजाद है।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी खुद पर घमंड नहीं करनाप्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी खुद पर घमंड नहीं करना चाहिए।
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3.अंगूर खट्टे हैं। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
बहुत पुरानी बात है चंपा नामक लोमड़ी बहुत भूखी थी। वह भोजन की तलाश में यहां वहां मारी मारी फिर रही थी। पर उसे भोजन कहीं नहीं मिल रहा था। घूमते घूमते अचानक लोमड़ी की नजर एक अंगूर की बेल पर जा टिकी।

चंपा के मन में अंगूरों के गुच्छों को खाने का मन हुआ। उसने अंगूरों तक पहुंचने के लिए बहुत उछल कूद की। जब तक उसमें साहस थी तब तक उसने उछल कूद की और उसके हाथ कुछ ना लगा और उसने थक कर यह कहा क्या करूंगी इन अंगूरों का अंगूर तो बहुत खट्टे हैं।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की जो मूर्ख कार्य नहीं कर पाते वह हमेशा कोई ना कोई बहाना जरूर बनाते हैं।
4.बेईमान डॉक्टर की कहानी। -Hindi Story for Class 2 with Moral
एक बार डॉक्टर के क्लीनिक में एक बूढ़ी महिला आई। उस महिला की आंखें बहुत कमजोर थी। उन्होंने डॉक्टर से कहा अगर तुम मेरी आंखों का इलाज पूरी तरह से करते हो कि मुझे आंखों से दिखाई देने लगे तो मैं तुम्हें मुंह बोली फीस दूंगी। मेरी आंखों का इलाज पूरी तरह से नहीं कर पाए तो मैं तुम्हें एक रुपया भी नहीं दूंगी।
इस बात पर डॉक्टर ने हामी भरी और अगले दिन से ही डॉक्टर उस बूढ़ी महिला के घर उसके इलाज के लिए आने लगता है। उस डॉक्टर की नियत अच्छी नहीं थी। वह हर दिन बूढ़ी महिला के घर से कोई ना कोई महंगी और कीमती चीज उठाकर ले जाता है। धीरे-धीरे इसी तरह दिन बीतते गए और डॉक्टर हर दिन घर की कीमती चीजें चुराता गया। इसी तरह एक दिन घर खाली हो गया और बूढ़ी महिला का इलाज भी खत्म हुआ।
जब डॉक्टर ने बूढ़ी महिला से इलाज के पैसे मांगे तो महिला ने साफ इंकार कर दिया और यह कहा कि मुझे अभी भी आंखों से नहीं दिख रहा। डॉक्टर ने बूढ़ी महिला के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कर दिया। जब पूछताछ हुई तो बूढ़ी महिला ने कहा कि मुझे अभी भी ठीक से नहीं दिखाई दे रहा क्योंकि मैं अपने घर के फर्नीचर और अन्य कीमती वस्तुओं को नहीं देख पा रही। इसी बात पर बुद्धिमान जज को सारी बात समझ आ गई और उसने डॉक्टर को धोखाधड़ी के जुर्म में कड़ी सजा सुनाई।
Moral of the Story:
तो बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि बेईमानी और धोखाधड़ी की कभी जीत नहीं होती।
5.मोची और हाथी की कहानी। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक गांव में एक मोची की दुकान थी और उसी गांव में एक हाथी भी रहा करता था। वह हर दिन मोची की दुकान में जाया करता था क्योंकि उसे पता था कि वहां मोची उसे खाने के लिए कुछ ना कुछ जरूर देगा और मोची हर दिन उसे खाने में भरपूर फल दिया करता था। इसी तरह एक दिन मोची अपने दुकान में नहीं था और उस दिन मोची का बेटा दुकान में था।

हाथी हर दिन की तरह कुछ खाने की उम्मीद में मोची के दुकान में जा पहुंचा और मोची के बेटे ने हाथी को तंग करने के लिए हाथी के सूंड में सुई चोभो दी। हाथी को बेहद गुस्सा आया। वह एक नदी में गया और वहां से ढेर सारा पानी और कीचड़ अपनी सूंड में भर लाया।
पूरे जोर से हाथी ने वह कीचड़ भरा पानी मोची के बेटे के ऊपर और उसकी दुकान में रखे जूतों पर फेंक दिया।
Moral of the Story:
तो बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जब हम किसी के साथ बुरा करते हैं तो बदले में अच्छे की उम्मीद कैसे रख सकते हैं इसलिए अच्छा करो और अच्छा पाओ।
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6.किसान और कुआं की कहानी। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक बार हरिया नाम के किसान ने एक जमींदार से कुए को खरीदा क्योंकि उस कुएं के पानी से किसान को अपने खेतों की सिंचाई करनी थी। उस जमींदार ने कुआं तो उसे बेच दिया पर जैसे ही किसान उस कुएं से पानी निकालने लगा तो उस जमींदार ने पानी निकालने से सख्त मना कर दिया। जमीदार कहने लगा की मेने तुम्हें कुआं बेचा है कुएं का पानी नहीं। यह सुनकर किसान बहुत परेशान हो गया।
वह बीरबल के पास जहां पहुंचा आप जानते ही हो बीरबल कितने बुद्धिमान और चतुर थे। जब बीरबल यह सारी बात सुनते हैं तो वह उसी समय जमीदार के पास जा पहुंचते है। बीरबल जमींदार से कहते हैं कि जब तुमने हरिया को कुआं बेच दिया है तो उसे पानी की सुविधा क्यों नहीं दे रहे? जमीदार ने फिर वही कहा मैंने हरिया को कुआं बेचा है कुएं का पानी नहीं।
इस पर जवाब देते हुए बीरबल ने कहा कि अगर कुआं हरिया का है तो तुम्हे उसमें अपना पानी रखने का बिल्कुल भी हक नहीं है। तुम्हें जल्द से जल्द कुएं का पानी बाहर निकालना होगा वरना यह कुएं का पानी हरिया का हो जाएगा। यह बात सुनकर जमींदार हैरान हो गया और उसे अपनी गलती का एहसास हो गया और उसने हरिया से अपने किए की माफी मांगी।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि किसी के साथ धोखाधड़ी करना अच्छी बात नहीं किसी के साथ धोखाधड़ी करने से आपका फायदा नहीं होता है बल्कि जल्द ही आपको उसकी सजा भुगतनी पड़ती है।
7.घमंडी हाथी और चींटी की कहानी। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक समय की बात है चींटी और हाथी में दोस्ती हो गई। वह दोनों evening walk के लिए पहाड़ पर चढ़ने लगे और चलते-चलते हाथी ने चींटी से कहा अगर मैं तुम्हारे ऊपर गिर जाऊं तो तुम मर ही जाओगी क्योंकि तुम इतनी छोटी सी हो यह कहकर हाथी ठहाके लगाकर हंसने लगा। तभी भूकंप आ जाता है और हाथी का संतुलन बिगड़ने से वह दोनों पहाड़ से धड़ाम से गिर पड़ते हैं।

गिरने की वजह से हाथी को बहुत चोट लगती है और उसके पैरों की हड्डी भी टूट जाती है। वहीं दूसरी और चींटी को कुछ भी नहीं होता। चींटी हाथी के पास जाती है और उसकी हालत देख उसे डॉक्टर के पास ले जाती है।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जरूरी नहीं कि बड़ा हमेशा बेहतर ही हो।
8.गुस्सैल सांप की कहानी। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक बार एक कारपेंटर अपनी दुकान बंद करता है और घर वापस आता है जैसे ही वह घर जाता है वहीं दूसरी और सांप उस कारपेंटर के दुकान में घुस जाता है। इसी उम्मीद में कि उसे कुछ खाने को मिले पर उसे कुछ भी नहीं मिलता और उसकी पूंछ गलती से कोने में रखी कुल्हाड़ी पर लग जाती है और हल्की सी कट जाती है।
इसी बात पर सांप को बहुत गुस्सा आता है और वे कुल्हाड़ी को अपने मुंह से तोड़ने की सोचता है पर तेजधार होने की वजह से सांप का मुंह खून ने भर जाता है। वह फिर भी अपने गुस्से पर काबू ना पाते हुए उस तेजधार कुल्हाड़ी को तोड़ने की कोशिश करता है पर वह इस बेवकूफी में खुद की जान गवा बैठता है।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सांप किसी और की गलती से नही मारा था बल्कि उसे अपने गुस्से और बेवकूफी की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी थी। कई बार जब हम गुस्सा होते हैं तो हम दूसरों को दुख पहुंचाने की कोशिश करते हैं पर कुछ समय बाद हमें यह एहसास होता है कि सामने वाले से ज्यादा दुख हमने खुद को पहुंचाया है।
9.बुद्धिमान बीरबल का फैंसला। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक बार अकबर अपनी अंगूठी खो देते हैं। वह बीरबल को अपने दरबार में बुलाते हैं और उन्हें कहते हैं कि मेरी अंगूठी खो गई है कृपया तुम उसे ढूंढने में मेरी सहायता करो। तो बीरबल झट से कहते हैं कि आपकी अंगूठी यही दरबार में किसी दरबारी के पास है।
यह सुनकर अकबर हैरान हो जाते हैं और बीरबल यह भी कहते हैं कि किसी दरबारी ने अपनी दाढ़ी में आपकी अंगूठी को छुपा रखा है और यह बात सुनते ही दरबार में सनसनी मच जाती है और जिस दरबारी ने यह अंगूठी अपनी दाढ़ी में छुपा रखी थी वह भी घबरा जाता है और चुपके से अंगूठी को दाढ़ी से निकालकर छुपाने की कोशिश करता है।
दरबारी की हरकत अकबर देख लेते हैं और दरबारी से अंगूठी लेकर उसके किए कि उसे कड़ी से कड़ी सजा सुनाते हैं बीरबल की बुद्धिमता से अकबर प्रसन्न हो जाते है और उसे कहते हैं कि तुम्हे कैसे पता था की अंगूठी किसी दरबारी के दाढ़ी में छुपी हुई है। तो बीरबल ने जवाब ने कहा कि दोषी इंसान हमेशा डरा हुआ होता है।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी किसी का बुरा नहीं करना चाहिए कि जिसकी वजह से हमें डर कर रहना पड़े।
10.हिरण के सुंदर सींगो की कहानी। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक बार एक हिरण एक तालाब के किनारे बैठकर तालाब के पानी में अपनी परछाई देखकर खुद को निहार रहा था और यह सोच रहा था उसके सींग कितने सुंदर है और उसकी चौड़ी छाती उसकी power का symbol है। पर उसे अपनी पतली टांगे और बदसूरत खुर पसंद नहीं थे। वह हमेशा सोचता था कि मेरी छाती और मेरे सींग इतने सुंदर है पर मेरे पैर बदसूरत।

एक दिन एक शेर उस हिरण का पीछा करने लगा क्योंकि शेर भूखा था। वह हिरण को किसी भी हालत में खाना चाहता था और हिरण बहुत तेज भागने लगा भागते भागते एक झाड़ी में उसके सुंदर सींग फस गए जिसकी वजह से उसकी दौड़ने की रफ्तार कम हो गई और उसकी चौड़ी छाती की वजह से वह उस झाड़ी को पार नहीं कर पा रहा था।
हिरण की खुशकिस्मती थी कि वह शेर रास्ता भटक गया और हिरण का शिकार न कर सका। काफी प्रयत्न के बाद हिरण उस झाड़ी से रिहा हो गया और तब उसे एहसास होता है कि उसकी बदसूरत टांगों और खुरों ने आज उसकी जान बचाई है वरना तो उसके सुंदर सींगो की वजह से आज वह शेर का भोजन बन जाता।
Moral of the Story:
सुंदर चीजें केवल महत्वपूर्ण चीजों की पूरक होती हैं।
11.पेंटर की कमाल की सीख। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक बार एक बहुत ही फेमस पेंटर एक restaurant में खाना खाने के लिए गए उन्होंने रेस्टोरेंट के मैनेजर से कहा कि मैं खाने के बदले आपको एक अच्छी सी पेंटिंग बना कर दूंगा और मैनेजर ने इस बात पर हामी भर दी और उस पेंटर ने उसी रेस्टोरेंट की एक पेंटिंग बनाकर तैयार कर दी।
जब मैनेजर ने उस पेंटिंग को देखा तो उसे बहुत पसंद आई पर उन्होंने उस बूढ़े पेंटर से कहा कि आपने तो यह पेंटिंग केवल एक मिनट में ही बनाकर तैयार की है और आप एक घंटे से भोजन कर रहे। जवाब में बूढ़े पेंटर ने कहा यह एक मिनट नही बल्कि 60 साल और एक मिनट का experience है।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की अनुभव कई वर्षों के अभ्यास से ही आता है।
12.कुत्ते ने किया अपना फ़र्ज़ अदा। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक दिन रोबिन अपने स्कूल से घर वापिस आ रहा था। रास्ते में उसने देखा की कुछ शरारती बच्चे एक कुत्ते को परेशान कर रहे थे। रोबिन को उस कुत्ते पर दया आई और उसने उन शरारती बच्चों को वहां से भगा दिया। अगले ही दिन रोबिन ने एक छोटा सा पौधा लगाया अपने घर के पीछे वाले बगीचे में।
वह स्कूल चला गया जब वह वापिस घर आया तो उसने देखा की कोई और गली का कुत्ता उसके पोधे को तोड़ने की कोशिश कर रहा था और अचानक से वो कुत्ता वहां आया जिसकी जान रोबिन ने बचाई थी। उस कुत्ते ने उस गली के कुत्ते को भगा दिया और रोबिन के पौधे को बचा लिया।
यह देख रोबिन बहुत खुश हुआ और उसने उस कुत्ते को हमेशा के लिए adopt कर लिया।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अच्छे के बदले हमे अच्छा ही मिलता है। इसलिए अच्छाई से कभी मुंह न मोड़ें।
13. Prashar lake पिकनिक की कहानी। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक दिन अंजली के स्कूल में पिकनिक की व्यवस्था की गई। Teacher’s ने यह फैसला किया कि स्कूल के बच्चों को पराशर lake दिखाने ले जाया जाएगा। वही अंजली एक घमंडी लड़की थी। वह केवल सुंदर लड़कियों से ही दोस्ती करती थी और जो दिखने में सुंदर नहीं थे उससे बात तक नहीं करती थी।

इसी तरह जब सभी बच्चे पराशर lake पहुंचे तो प्रिया नाम की लड़की ने अंजलि से कहा कि क्या मैं तुम्हारे साथ खेल सकती हूं? इस पर अंजलि ने जवाब दिया कि मैं तुम जैसी बदसूरत लड़की के साथ बात करना तक पसंद नहीं करती। यह सुनकर प्रिया बहुत उदास हो गई। कुछ ही देर के बाद अंजली का अचानक से पैर फिसल जाने से वह वह lake में गिर गई।
उस समय प्रिया ने जल्दी से अपनी सूझबूझ की सहायता से अंजलि को डूबने से बचा लिया। अंजली को अपने किए पर बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई और उसने प्रिया से क्षमा मांगी और उससे पूछा की प्रिया क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी?
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि एक सुंदर दिल सुंदर चेहरे से कई गुना बेहतर होता है।
14.भाग्य के भरोसे ना रहें। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
यह कहानी है दो मछलियों की एक बार एक तालाब में दो मछलियां आराम से तेर रही थी। दूसरी और एक मछुआरा उस तालाब से गुजरता है। रंग बिरंगी मछलियों को देख वह सोचता है कि अभी तो शाम होने वाली है कल सुबह आकर मैं इनका शिकार जरूर करूंगा। यह बात वह दोनों मछलियां सुन लेती हैं और वह आपस में कहने लगती हैं कि अब यह हमारा शिकार करने वाला है। अब हमें अपनी
जान बचानी चाहिए। एक मछली कहती है कि हमें इस तालाब को छोड़कर कहीं और जाना चाहिए। परंतु दूसरी मछली कहती है कि नहीं भाग्य हमें बचा लेगा। मैं कहीं नहीं जाऊंगी। वहीं पहली मछली अपनी जान बचा कर कहीं दूसरे तालाब चली जाती है।
अगले दिन सुबह मछुआरा आता है और अपने जाल से किस्मत के भरोसे बैठी मछली को जाल में फंसा लेता है और इस मछली का शिकार कर लेता है। उस समय मछली को एहसास होता है कि उसे भी उस मछली की तरह अपनी जान बचाकर भाग जाना चाहिए था।
Moral of the Story:
तो बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा भाग्य पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए बल्कि अपने बुद्धि का इस्तेमाल भी करना चाहिए।
15.खुद को भी मोका दें। – Class 2 Short Moral Stories in Hindi
एक बार दो मित्र राधिका और राहुल शाम के समय गंगा घाट के किनारे बातें कर रहे थे। राधिका किसी बात को लेकर परेशान थी उसी को एक सीख देने के लिए राहुल ने उसे अपने मित्र की बात सुनाई तो चलिए जानते है क्या थी वह सीख। राहुल राधिका से कहता है कि मैं आज एक बात बताता हूं राधिका कहती है कि कहो। राहुल कहता है मेरे एक बचपन के मित्र ने 5 साल से गाड़ी खरीद रखी है और अभी भी वह गाड़ी गेराज में पड़ी है।
तो राधिका हैरान होकर पूछती है कि ऐसा क्यों? जब गाड़ी खरीदी है तो वह चलाते क्यों नहीं? तो राहुल जवाब में कहता है कि उसने इसीलिए गेराज में रखी है क्योंकि वह कहता है कि जब शहर के सारे signal ग्रीन हो जायेंगे उसी दिन मैं गाड़ी बाहर निकालूंगा। तो राधिका कहती है कि तुम्हारा दोस्त तो बड़ा बेवकूफ है। जब तक वह गाड़ी बाहर नहीं निकालेगा तो उसे पता कैसे चलेगा कि सड़क में signal green है या red.
इसी बात पर राहुल कहता है वही तो राधिका मैं भी कब से तुम्हे यही बात समझने की कोशिश कर रहा हूं कि अपनी गाड़ी बाहर निकलोगे तभी तो तुम कुछ जान पाओगे खुद को। स्वयं को अंदर ही अंदर दबाकर मत रखो अपने मन की बात बाहर निकालो explore करो तभी तो तुम जान पाओगे कि आसपास क्या हो रहा है और तुम अपने जीवन में क्या कर रहे हो।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें खुद को एक मोका जरूर देना चाहिए खुदको जानने का।
CONCLUSION:
Class 2 Short Moral Stories in Hindi – प्यारे बच्चों मैं आशा करती हूं कि आपको हमारी यह मजेदार कहानियां बेहद पसंद आई होगी और इन छोटी-छोटी कहानियों से आपको अच्छी सीख भी मिली होगी अगर आपको Class 2 Short Moral Stories in Hindi कहानियां पढ़ने में मज़ा आया हो या आपको यह कहानियां अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें अगर कहानियों को लेकर कोई सुझाव या प्रश्न हो तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना कमेंट जरुर शेयर करें हमें बेहद खुशी होगी धन्यवाद।🙏
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1.क्या Top 10 Moral Stories in Hindi से हमें नैतिक शिक्षा का ज्ञान मिल सकता है?
जी हां। आप बिल्कुल सही जगह पर हैं अगर आप नैतिक शिक्षा का ज्ञान पाना चाहते हैं। यह कहानियां मजेदार होने के साथ साथ बहुत है शिक्षाप्रद हैं।
2. क्या इन कहानियों में चित्रों का इस्तेमाल किया गया है?
जी हां। इन कहानियों को और भी मजेदार और पढ़ने में आसान बनाने के लिए हमने इसमें चित्रों का इस्तेमाल किया है। ताकि यह कहानियां बड़ों के साथ साथ बचे भी पढ़ सकें।
3. यह कहानियां बच्चों के लिए पढ़ने योग्य है?
जी हां। यह कहानियां खास हमने बच्चों का ध्यान रख कर बनाई हैं। ताकि बड़ों के साथ साथ बच्चे भी इन कहानियों का लुफ्त उठा सकते हैं और इनसे अच्छी सीख ले सकते हैं और अच्छे बुरे का ज्ञान समझ सकते हैं।
4. क्या इन कहानियों के अंत में नैतिक शिक्षा दी गई है?
जी हां। हर एक कहानी के अंत में आपको short and sweet सी नैतिक सीख दी गई है। जो समझने में बहुत आसान है।