Best Crow Story in Hindi With Moral – कौवे की मज़ेदार नैतिक कहानियां 2023

Crow Story in Hindi With Moral – हेलो प्यारे बच्चों आज मैं आपको सुनाने जा रही हूं बहुत ही यूनिक और रोचक नैतिक शिक्षा की कहानियां। मैं आशा करती हूं Crow Story in Hindi With Moral कहानियां आपको बेहद पसंद आएगी और यह कहानियां इंटरनेट की दुनिया में सबसे यूनिक और बेहतरीन है। यह कहानियां खास आप छोटे बच्चों के लिए तैयार की गई हैं। इन नैतिक शिक्षा की मजेदार कहानियां आपको वो चीज आसानी से सीखा सकती है जो आपको रोजमर्रा की जिंदगी में समझने में कठिनाई हो सकती है। अतः आपसे निवेदन है कि आप इन कहानियों को पूरा पढ़ें।

कौवे और शैतान सांप की कहानी – Story of Crow and Snake – Crow Story in Hindi With Moral

 Crow Story in Hindi With Moral

प्यारे बच्चों आज हम बात करने जा रहे हैं कौवा और सांप की कहानी के बारे में। एक बार बहुत ही घने जंगल में एक पेड़ में कौवा रहा करता था। उसी पेड़ के नीचे एक सांप बिल में रहा करता था। सांप बहुत शैतान था।वह हमेशा मौके का इंतजार करता रहता था कि कब कौवा वहां से जाए और वह कौवे के अंडों को निगल जाए। एक दिन उसकी यह चालबाजी कामयाब हो जाती है। सांप का इंतजार खत्म हो जाता है। एक दिन सुबह सवेरे कौवा अपने घोंसले में अंडे देता है और भोजन की तलाश में वहां से उड़कर कहीं दूसरी जगह चला जाता है। कुछ घंटे बीत गए और उसी बीच सांप ने सोचा क्यों ना अपनी मंशा पूरी की जाए। सांप कौवे के बिल में जाता है और वह अंडों को निगल लेता है। फिर वह अपने बिल में जाकर छिप जाता है।

कुछ ही देर में कौवा वापस आता है। वह देखता है कि उसके अंडे तो चोरी हो गए हैं। वह फूट-फूट कर रोने लगता है कि यह किस की करतूत है और उसे इस बात का पता लगाना होता है। दूसरी ओर कौवे के रोने की आवाज सुनकर सांप बिल में हंसने लगता है,पर कौवे के मन की आग ठंडी नहीं हुई थी।उसमें अभी भी उतना ही गुस्सा था। वह अगले दिन फिर अंडे देता है और पास की झाड़ी में जाकर छिप जाता है और वह देखता है कि उसके अंडे किसने निकले थे। वहीं सांप दुबारा मौका देखकर फिर कौवे के घोंसले की तरफ जाता है और एक अंडा निगल जाता है। दूसरा निकलने ही वाला होता है कि कौवा वहां आ जाता है और सांप को रंगे हाथों पकड़ लेता है।

कौवा सांप को डांटता है और कहता है तुमने मेरे अड्डे क्यों निगले सांप बिना खौफ से जवाब देता है कि मुझे भूख लगी थी इसीलिए मेने तुम्हारे अंडे निगल लिए तुम मेरा क्या बिगाड़ सकते हो। यह कहकर वे वापस अपने बिल में चला जाता है। कौवा यह दृश्य देखकर बहुत दुखी होता है और वह अपने मित्र गिलहरी के पास जाता है और गिलहरी को सारी बात बताता है। गिलहरी उसे सुझाव देती है और कहती है कि गंगा नदी मेंजकुमारी रोजाना नहाने आती है और नहाने से पहले वह अपने हीरों का हार नदी के किनारे रख देती है। तुम ऐसा करो उसके हीरो के हार को चुरा लो और तुम सांप के बिल में उसे डाल दो।

उसने ऐसा ही किया रानी के हीरों का हार चोरी होते ही आसपास सैनिकों में हल चल मच जाती है और सैनिक कौवे के पीछे पीछे भागने लगते हैं। कौवा हीरों का हार सांप के बिल में डाल देता है और जैसे ही सांप बिल से निकलता है तो वह हीरों का हार सांप के गले में लग जाता है। सैनिक उसे देख लेते हैं और सैनिक तीर भाले से सांप की जमकर पिटाई करते हैं। सांप मर जाता है। यह देखकर कौवे के मन की आग शांत हो जाती है और उसका बदला पूरा हो जाता है। कौवा गिलहरी के पास जाता है और गिलहरी का बहुत-बहुत धन्यवाद करता है।

नैतिक शिक्षा:

तो बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सच्चे दोस्त ही मुसीबत में काम आते हैं। इसलिए “दोस्तों का चुनाव सोच समझकर ही करें“।

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भूखा कौवा और खड़ूस बुढ़िया की कहानी | Crow Story in Hindi With Moral

प्यारे बच्चों आज में आपको सुनाने जा रही हूं बहुत ही मजेदार कहानी। तो चलिए शुरू करते हैं। एक जंगल में एक बहुत ही विशाल और पुराना वृक्ष था। उस वृक्ष पर कौवों का झुंड रहा करता था। सभी कौवे बहुत ही मेहनती थे। पर उनमें से एक कौवा बहुत ही आलसी और नालायक था। उस कौवे का नाम कालू था। हर दिन सुबह सवेरे सारे कौवे भोजन की खोज में निकल पड़ते थे पर कालू हमेशा सोता रहता था। वह बहुत ही आलसी था। वह सुबह लेट उठता था। एक दिन यही हुआ सभी कौवे सुबह उठते ही भोजन की तलाश में निकल पड़े पर कालू बहुत देरी से उठा। उठते ही उसे बहुत तेज़ भूख लगी। उसने सोचा कि सभी चले गए हैं। मुझे अकेले ही भोजन की खोज पर निकलना पड़ेगा।कालु कौवा भूखा था इसलिए वह भटकता भटकता पास के गांव में जा पहुंचा। उसने वहां देखा एक झोपड़ी थी। झोपड़ी के आंगन में एक बुढ़िया औरत जिसका नाम अकड़ी देवी था।

वह आंगन में बैठकर पूरिया तल रही थी। उन पूरियों को देखकर कौवे का मन बहुत ललचाता है। उसके मुंह में पानी आ जाता है। पर जैसे ही वह बुढ़िया के पास पहुंचता है। बुढ़िया उसे डंडा मार भगा देती है। कालू सोचता है यह अकड़ी देवी तो बहुत ही बुरी है। वह उसे इस तरह से पूरी तो नहीं खाने देगी। कुछ देर अपना दिमाग चलाता है और घर के खिड़की के पास जा पहुंचता है। खिड़की पर एक लोटा रखा था। कौवा उसे अपनी चोंच से गिरा देता है। लोटे की आवाज सुनकर बुढ़िया वहां से उठकर घर की खिड़की के पास जाती है और इसी बीच कौवा मौके का फायदा उठाकर वहां से एक पूरी अपनी चोंच में दबाकर भाग निकलता है। वह पूरी लेकर अपने घोसले में पहुंचता है।

अभी पूरी उसके मुंह में ही होती है तो पास से एक चालाक लोमड़ी गुजरती है। पूरी की खुशबू सूंघकर वह पेड़ की तरफ देखती है और कौवे से कहती है। कालु भैया तुम तो बहुत सुंदर हो तुम्हारी आंखें बहुत सुंदर हैं और यकीनन तुम गाते भी अच्छा होंगे। यह सुनकर कालू बहुत खुश हो जाता है क्योंकि इससे पहले कालू की इतनी तारीफ किसी ने नही की थी। सभी उसे आलसी कहकर चिढ़ाते थे। लोमड़ी की तारीफें सुनकर कालू कौवे का दिल बाग बाग हो जाता है। लोमड़ी की फरमाइश पर गाना शुरू कर देता है। जैसे ही गाने के लिए वह अपना मुंह खोलता है। उसके मुंह से वह पूरी की टुकड़ा नीचे गिर जाता है। जब तक कौवा कुछ समझ पाता तब तक चालक लोमड़ी झट से वह पूरी का टुकड़ा उठा कर वहां से भाग निकलती है। कौवे को एहसास होता है कि उसके साथ तो धोखा हुआ है। वह बहुत पछताता है।

नैतिक शिक्षा:

तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें किसी की चिकनी चुपड़ी बातों पर नहीं आना चाहिए बल्कि बुद्धि का इस्तेमाल करके सोच समझ कर ही फैंसला करना चाहिए।

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दो कौवे ब्लैकी और जैकी की कहानी – The Story of Two Crow – Crow Story in Hindi With Moral

Crow Story in Hindi With Moral

एक समय की बात है। दो कौवे आपस में झगड़ रहे थे। एक कौवे का नाम था ब्लैकी और दूसरे का नाम था जैकी। ब्लैकी शरीर से बड़ा था पर उम्र से कम और जैकी शरीर से छोटा और उम्र में बड़ा। दोनों एक दूसरे की ताकत को लेकर ही झगड़ रहे थे। एक दूसरे को चैलेंज कर रहे थे कि देखते हैं कौन ज्यादा ऊंचा उड़ सकता है। ब्लैकी कहता है मैं तुमसे ज़्यादा ताकतवर हूं। मैं आकाश में ऊंचा उड़ सकता हूं। वहीं दूसरी तरफ जैकी कहता है कि उम्र में तो मैं तुमसे बड़ा हूं। मैं तुमसे ज्यादा उड़ान भरूंगा। वह दोनों फैसला करते हैं एक लंबी उड़ान की।

ब्लैकी बहुत ही चालक था। वह चुपके से अपने थैले में रूई भर देता है और जैकी के थैले में नमक। वह उड़ान का ऐलान कर देते हैं। दोनो कौवे चोंच में थैले लेकर उड़ान भरते है। अभी कुछ ही दूर पहुंचे थे कि मूसलाधार बारिश होने लगती है। बारिश के कारण ब्लैकी के थैले में रखी हुई रुई पानी में भीग जाती है और पानी को सोख लेती हैं! रुई से भरा थैला बहुत ही भरी हो जाता है।

वहीं दूसरी और जैकी के थैले में तो नमक भरा था। भले ही वह पहले भारी था पर बारिश की बूंदे पड़ते ही वह नमक पिघल जाता है और उसका थैला बहुत हल्का हो जाता है। इसी तरह ब्लैकी की चालाकी नाकामयाब हो जाती है। इसी प्रकार रेस में जैकी जीत जाता है। इस दृश्य को देख ब्लैकी बहुत पछताता है और वह अपने किए पर शर्मिंदा होता है।

नैतिक शिक्षा:

तो बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें किसी के साथ धोखा नहीं करना चाहिए! बच्चों आपने सुना ही होगा “जैसी करनी वैसी भरनी”

बेवकूफ कौवे की हैरतंगेज कहानी | Crow Story in Hindi With Moral

आज आपको सुनाने जा रही हूं बेवकूफ कौवे की कहानी ! एक समय की बात है। एक छोटा कौवा अपने परिवार के साथ रहता था। वह एक पिंजरे में रहते थे। छोटे कौवे ने कभी बाहर की दुनिया नही देखी थी। उसने अपने परिवार से ज़िद की कि उसे एक बार बाहर जाने का मोका दिया जाए। उसके माता पिता उसे जाने देते हैं।

कौवा बाहर की दुनिया देखने निकल पड़ता है। वह कई सारे विचित्र जानवरों को देखता है और आश्चर्यचकित रह जाता है। वह एक मुर्गे को देखता है और उसे देखकर डर जाता है कि कितना भयानक जीव है ये तो मुझे अवश्य ही खा जायेगा! वह कौवा दूसरी और शेर को देखता है। वह उसे बहुत मासूम लगता है और वह उससे दोस्ती करने के बारे में सोचता है।

वह उसके पास जाने ही लगता है और अचानक से जानवरों का रखवाला वहां आ जाता है और उन्हें लेकर जाता है।कौवा भी वापिस अपने परिवार के पास वापिस आ जाता है। कौवा सारी बात अपने परिवार को बताता है। उसके परिवार वाले उसे कहते हैं तुम बेवकूफ हो जिसे तुम खुंकार समझ रहे थे वह मुर्गा है। वह तुम्हे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। जिससे तुम दोस्ती करने वाले थे तुम्हे देखते ही झट से निगल जाता। यह सुनकर कौवा चेन की सांस लेता हैऔर ईश्वर का शुक्रियादा करता है।

नैतिक शिक्षा:

तो बच्चों इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है कि हमें किसी के दिखावे पर भरोसा नही करना चाहिए। दिखावा किसी को भी बेवकूफ बना सकता है।

Conclusion-

Crow Story in Hindi With Moral – तो बच्चों मैं आपसे आशा करती हूं कि आपको हमारी यह यूनिक Crow Story in Hindi With Moral कहानियां बेहद पसंद आई होंगी और आप से निवेदन है कि अगर आपको यह कहानियां पसंद आई हैं तो आप अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। हमारी अन्य बेहतरीन और रोचक कहानियां पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जरूर क्लिक करें धन्यवाद।

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