Moral Stories in Hindi For Class 6 – प्यारे बच्चों आज बात करने जा रहे हैं Top 12 Moral Stories in Hindi for class 6 के बारे में है। यह समावेश है top 12 Moral story in Hindi for class 6 यह खासकर आप छोटे बच्चों के लिए तैयार की है। इन कहानियों को पढ़ने के बाद आप खुशी से झूम उठोगे। आप बहुत आनंदित हो जाओगे। इन कहानियों को पढ़ने के बाद आप नैतिकता के बारे में सीख पाओगे इन कहानियों से शिक्षा लेकर आप जीवन में आगे बड़ पाओगे और अपने जीवन में कुछ बड़ा करोगे और इंसानियत को जीवित रखोगे। चलिए बच्चों अब हम आपको Moral Story in Hindi For Class 6 के बारे में बताते है।
पैसा ही सब कुछ नहीं होता – Moral Stories in Hindi For Class 6
प्यारे बच्चों मैं आज आपको सुनाने जा रही हूँ मासूम कमल की कहानी। कमल एक 10 साल का लड़का था। वे अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। कमल के पिता एक बहुत ही व्यस्त व्यापारी थे। वह कमल को समय नहीं दे पाते थे पर कमल अपने पिता के साथ समय बिताना चाहता था। उनके साथ खेलना चाहता था। कमल के पिता घर उसके सोने के बाद आते थे और कमल के उठने से पहले ऑफिस चले जाते थे।

कमल अपने दोस्तों के साथ तो खेलता था पर उसे अपने पिता के साथ खेलना था। एक दिन जब कमल के पिता किसी काम से जल्दी घर आए तो कमल ने उन्हें पूछा कि पिताजी आप कितना कमाते हैं? ?कमल के पिता बहुत हैरान हुए और उन्होंने पूछा कि तुम ऐसा सवाल क्यों पूछ रहे हो पर कमल लगातार पूछता रहा कि पिताजी बताइए आप कितना कमाते हो तो कमल के पिता ने बहुत ही हैरानी से जवाब देते हुए कहा मैं 1 घंटे में $25 कमाता हूं तो कमल झट से सीढ़ियां चढ़ते हुए अपने कमरे तक पहुंचा और वहां से अपना गुल्लक ले आया जहां पर कमल ने काफी समय से अपनी कुछ बचत कर रखी थी।
कमल ने झट से गुल्लक तोड़ा और वहां से $50 निकाले और अपने पिताजी को सौंप दिए और कहा पिताजी मैं आपको आपके 2 घंटे की सैलरी देता हूं आप कृपया करके मेरे साथ समय बिताए। कमल की इस बात से हैरान होकर पिताजी की आंखों में आंसू आ गए और अपने बेटे को गले लगाकर फूट-फूट कर रोने लगे।
नैतिक शिक्षा
इस कहानी से हमें यह पता चलता है कि माता पिता अपने बच्चों को सबसे बड़ा तोहफा दे सकते हैं तो वह है समय, पैसों से सब कुछ खरीदा नहीं जा सकता।
सोने का अंडा देने वाला हंस – Moral Stories in Hindi For Class 6
एक समय की बात है। एक गांव में एक पति और पत्नी रहा करते थे। उनके पास एक बहुत ही प्यारा हंस था। वह दोनों बहुत ही भाग्यशाली थे। क्योंकि वह हंस रोजाना सोने का अंडा देती थी। एक दिन उनके मन में लालच आ गया। अब उनसे सबर नहीं हो रहा था कि यह हंस रोजाना एक ही अंडा देती है। वह जल्द से जल्द समृद्ध और अमीर होना चाहते थे।

तो एक दिन उन्हें विचार आया कि अगर हमें एक बार में ही सारे सोने के अंडे मिल जाए तो , अपने पत्नी के साथ मिलकर एक योजना बनाई उन्होंने ने यह फैसला किया कि अगर वह हंस का पेट चीरकर सब अंडे जो सोने के हैं एक बार में ही निकाल दें तो वह बहुत ही जल्द अमीर बन जाएंगे। जब उन्होंने हंस का पेट काटा तो वह यह देखकर हैरान रह गए कि दूसरे हंसों की तरह उसका पेट भी खाली था तो वह अपना सिर पकड़ कर रोने लगे।
नैतिक शिक्षा
कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले हमें कम से कम एक या दो बार जरूर सोच लेना चाहिए।
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Dolphin और बंदर – Moral Story in Hindi For Class 6
प्यारे बच्चों सुनाने जा रही हूँ आपकी पसंदीदा बन्दर और डॉलफिन की कहानी। बहुत समय की बात है कुछ नाविक अपने जहाजों को लेकर समुद्र की ओर चल दिए। उनमें से एक नाविक लंबी यात्रा के लिए अपने पालतू बंदर चंपक को भी अपने साथ ले आया। वह सभी अभी समुद्र में कुछ दूर पहुंचे ही थे अचानक ही बहुत तेज तूफान आया और उन सब की जहाजों को पलट कर रख दिया। सभी पानी में डूब गए और बंदर को भी यकीन हो चला कि वह भी डूबने ही वाला है पर अचानक से डॉल्फिन ने उसे बचा लिया। डॉल्फिन पर सवार होकर वह एक द्वीप तक जा पहुंचे।

द्वीप पर पहुंचते ही डॉल्फिन ने बदर चंपक से कहा क्या तुम इस जगह पर पहले भी आए हो? तो चंपक ने जवाब दिया हां मैं इस जगह को जानता हूं। मेरा दोस्त इस द्वीप का राजा है। तो डॉल्फिन सर हिलाते हुए जवाब दिया कि हां तुम भी इस द्वीप के राजा हो सकते हो। तो बंदर चंपक ने आश्चर्य से पूछा मैं राजा कैसे हो सकता हूं क्योंकि डॉल्फिन जानती थी कि इस द्वीप पर कोई भी नहीं रहता है। यह कहते हुए डॉल्फिन बंदर को वहीं छोड़ कर वापस चली जाती है और बंदर यह देखकर हैरान रह जाता है कि इस द्वीप में वह अकेला ही प्राणी है।
नैतिक शिक्षा
तो इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि झूठ बोलने वाले और घमंडी कभी भी मुसीबत में पड़ सकते हैं।
घोड़े और कुएं की कहानी – Moral Story in Hindi For Class 6
Hindi story class 6 – एक दिन एक किसान का घोड़ा कुएं में गिर गया। वह घोड़ा घंटों जोर जोर से रोने लगा पर किसान को सूझ नहीं रहा था कि वह क्या करें। उसने कई घंटों सोच विचार किया और यह सोचा कि यह घोड़ा तो बूढ़ा हो चुका है इसे बचाने में कोई भी लाभ नहीं तो उसने उसे कुए पर ही छोड़ देना बेहतर समझा। उसे कुएं में ही दफना देना चाहिए यह किसान ने सोचा किसान ने अपने सभी पड़ोसियों को अपने मदद के लिए बुलाया सभी फावड़ा लेकर फावड़े की मदद से कुए पर मिट्टी भरना शुरू कर दिया।

यह देखकर वह घोड़ा और भी जोर जोर से रोने लगा और चीखने लगा और कुछ समय बाद अचानक से वह आश्चर्यजनक रूप से शांत हो गया। सब लोग चुप चाप कुएं में मिट्टी डालते रहे। तभी किसान ने कुएं में झांका तो वह आश्चर्य से सन्न रह गया अपने पीठ पर पड़ने वाले फावड़े की मिट्टी से वह घोड़ा आश्चर्यजनक हरकत कर रहा था वह अपनी पीठ को हिला हिला कर उस मिट्टी को कुएं में गिरा देता और और कदम बढ़ा कर उस मिट्टी पर चढ़ जाता। बार-बार यही प्रयास करने से एक समय आया कि वह उस कुएं से कूदकर बाहर निकल गया और वहां से भाग निकला।
नैतिक शिक्षा
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हर मुसीबत का डटकर सामना करना चाहिए। मुसीबत से सीख लेकर उसे सीडी बना कर कदमों को आगे बढ़ा कर चलते रहना चाहिए।
सच्चाई की हमेशा जीत होती है – Hindi Story for Class 6
एक बार दो स्त्रियां एक बच्चे के लिए आपस में झगड़ रही थी। प्रत्येक स्त्री यह दावा कर रही थी कि यह बच्चा उसी का है वही उस बच्चे की असली मां है। जब झगड़ा नहीं सुलझा तो लोगों ने उन स्त्रियों को न्यायाधीश के सामने पेश किया न्यायाधीश ने उन दोनों की बातें सुनी किंतु न्यायाधीश नहीं समझ पा रहे थे कि बच्चे की असली मां कौन है।

तभी न्यायाधीश को एक उपाय सूझा उसने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया कि इस बच्चे के दो टुकड़े कर दो और प्रत्येक टुकड़ा प्रत्येक स्त्री को दे दो। यह सुनते ही एक स्त्री जोर से रोने लगी और कहने लगी नहीं नहीं ऐसा मत कीजिए। यह बच्चा उसी को दे दीजिए। मैं इस बच्चे पर से अपना दावा छोड़ती हूं। पर इस बच्चे को कुछ मत करिए। उसे जिंदा रहने दीजिए और दूसरी स्त्री कुछ नहीं बोली और चुपचाप यह सब देखने लगी और अब चतुर न्यायाधीश को यह मालूम हो गया था कि यह बच्चा किसका है। बच्चे को उसकी असली मां को सौंप दिया जो स्त्री बच्चे पर से अपना दावा छोड़ने को तैयार हो गई थी और दूसरी स्त्री को जेल भेज दिया और कड़ी सजा सुनाई।
नैतिक शिक्षा
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सच्चाई की हमेशा जीत होती है।
डॉक्टर फ्रोगो की कहानी – Moral Stories For Class 6 in Hindi
एक बार एक मेंढक ने तालाब में अपना पुराना घर छोड़कर झील पर अपना नया घर बनाया वहां पर उसे कोई भी दिखाई नहीं दिया किंतु वह अपने नए दोस्त बनाना चाहता था। तो एक दिन वह ऊंचे पत्थर पर जाकर जोर-जोर से चीखने लगा। हेलो दोस्तों मैं यहां पर नया हूं क्या कोई मुझसे दोस्ती करेगा? मेरा नाम है डॉक्टर फ्रोगो मैं एक डॉक्टर हूं।

अगर कोई भी जानवर अपना इलाज करवाना चाहता है तो मेरे पास आ जाइए। मेरे पास सभी जानवरों के बीमारियों का इलाज है। यह सुनकर सभी जानवर जैसे कि बिल्ली, लोमड़ी, घोड़ा ,हाथी, बंदर इत्यादि सभी उसकी आवाज सुनकर वहां पर पहुंच गए। यह सब सुनकर चालाक लोमड़ी ने कहा अगर तुम डॉक्टर हो तो तुम अपनी लंगड़ी टांगों का इलाज क्यों नहीं करते जिसकी वजह से तुम चारों और फुदकते रहते हो। यह सुनकर सभी जानवर जोर-जोर से ठहाके लगाकर हंसने लग पड़े और इसी बात से मेंढक को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।
नैतिक शिक्षा
तो बच्चों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि झूठ कभी ना कभी पकड़ा ही जाता है। इसलिए हमें सदैव सच बोलना चाहिए।
बुरी संगत से अकेला भला – Moral Stories in Hindi For Class 6
एक समय की बात है एक लड़का बुरी संगति में पड़ गया था। उसके माता-पिता बहुत परेशान थे तो एक दिन उसके पिता उसे किसी विद्वान के पास ले गए। उन महात्मा विद्वान के पास एक टोकरी में कई सारे सेब पड़े थे उनमें से एक सेब खराब था। तो विद्वान व्यक्ति ने उस लड़के से कहा इसमें से एक साफ सेब निकाल कर दो तो उस लड़के ने एक साफ सेब निकालकर विद्वान के सामने रख दिया।

अगले दिन विद्वान व्यक्ति ने उसे फिर से यही कहा कि तुम टोकरी से मुझे साफ सेब निकाल कर दो तो उस बालक ने देखा कि सारे के सारे सेब सड़ गए थे। तो वह लड़का यह देख हैरान रह गया। तो विद्वान व्यक्ति ने उसे समझाया कि बुरी संगति में रहना भी ऐसा ही होता है, अच्छा व्यक्ति भी बिगड़ जाता है। इसलिए अच्छी संगति में रहो बुरी संगति से अकेला भला तो लड़के ने उसी दिन से बुरी संगति को त्याग दिया।
नैतिक शिक्षा
तो बच्चों हमें इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि आपकी संगत , आपका आचार , व्यवहार आपके जीवन को प्रभावित करती है इसलिए सोच समझकर संगत चुने।
बंदर और बादाम की कहानी – Moral Story in Hindi For Class 6
एक बार चुपके से एक बंदर घर का दरवाजा खुला देखकर घर में घुस गया और सुगंधित भोजन की महक से रसोई तक जा पहुंचा। वहां वह बादाम का जार देखता है। बादाम का जार देखकर बंदर का मन बहुत ललचाता है और उस जार में अपना हाथ डालकर वह ज्यादा से ज्यादा बादाम निकालने की कोशिश करता है। मुट्ठी बंद होने के कारण उस बंदर का हाथ जार में से निकल नहीं पाता। तभी घर की मालकिन रसोई में आ जाती है और बंदर की खूब पिटाई करती है। यह देखकर बंदर को अंततः अपनी मुट्ठी खोलनी पड़ती है और खाली हाथ ही जान बचाकर भागना पड़ता है।

नैतिक शिक्षा
तो बच्चों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि लालच बुरी बला है, और ज्यादा लालच ठीक नहीं।
प्रयास से कभी पीछे ना हटे – Moral Stories in Hindi For Class 6
एक बार समुद्र में बहुत तेज तूफान आया और लहरों के साथ कई सारी मछलियां समुद्र के किनारे आ जाती हैं। पानी से बाहर आने के कारण वह मछलियां मरने लगती हैं तो एक बच्चे ने यह दृश्य देखा तो उसे उन मछलियों पर दया आ गई। उसने एक-एक मछली को उठाकर पानी में फेंकना शुरू कर दिया।

तभी एक बुजुर्ग आदमी वहां से गुजरे और उन्होंने उस बच्चे से कहा तुम्हारी यह छोटी सी कोशिश व्यर्थ है। किनारे पर हजारों मछलियां है तुम्हारे इस प्रयास से कुछ नहीं बदलने वाला। बच्चे के हाथ में एक छोटी मछली थी। उसने उसे पानी में फेंका और कहा मेरी इस छोटी सी कोशिश से कम से कम एक मछली की जिंदगी पर तो फर्क पड़ रहा है ना और उसने अपनी इस कोशिश को जारी रखा।
नैतिक शिक्षा
तो बच्चों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमारा छोटा सा प्रयास भी किसी की जिंदगी बदलने में काम आ सकता है इसलिए प्रयास से कभी पीछे ना हटे!
दोष पर सुविचार – Short Moral Stories in Hindi For Class 6
एक समय की बात है एक आदमी अखबार पढ़ रहा था। वहां यह खबर छपी थी कि यात्रियों से भरी हुई बस का एक्सीडेंट हो गया और सबकी मौत हो गई। यह एक्सीडेंट चालक की गलती की वजह से होता है तो वह इंसान बहुत दुखी होता है। वह कहता है कि है ऊपर वाले एक इंसान की गलती की सजा तुमने सभी को क्यों दी?
तभी उस इंसान के पैर में एक काली बड़ी चींटी काटती है तो गुस्से में आकर वह इंसान आसपास के सभी चीटियों को अपने पैरों से रोंध देता है। तभी आकाशवाणी होती है कि है इंसान तुम मुझे अन्याई कह रहे थे कि एक इंसान की गलती की सजा मैंने सबको क्यों दी और तुमने क्या किया?
नैतिक शिक्षा
तो बच्चों को इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि दूसरों को दोष देने से पहले अपने गिरेबान में झांक कर जरूर देखना चाहिए!
दो मित्र और किराये का बैल – Moral Stories For Class 6 in Hindi
रमेश ने सुरेश से एक दिन के लिए उसका बैल किराए पर लिया। वह दोनों उस बैल को लेकर दूसरे गांव चल दिए। गर्मी का मौसम था। बहुत तेज धूप थी तो दोनो उस बैल की परछाई में बैठकर गर्मी से बचने का सोच रहे थे। जैसे-जैसे बेल की परछाई छोटी होती गई रमेश ने सुरेश को धक्का दिया तो सुरेश गुस्से से चिल्लाया और कहने लगा आज बेल पर मेरा अधिकार है।

तो रमेश बोला मैंने तुम्हें बेल किराए पर दिया था उसकी परछाई नहीं। इसी बात पर दोनों में लड़ाई हो गई और रमेश ने जोर से सुरेश को मुक्का मारना चाहा और वह मुक्का बैल को जा लगा और बैल वहां से भाग गया। वह दोनों यह देखकर तेज धूप में सुन्न रह गए।
नैतिक शिक्षा
तो बच्चों इस कहानी से हमें यह शिक्षा शिक्षा मिलती है कि हमें मिल जुल कर रहना चाहिए।लड़ाई झगड़ा हमेशा नुकसान ही करता है।
कामचोर कमल की कहानी – Moral Story in Hindi For Class 6
हिमाचल प्रदेश के मनाली शहर में कमल नाम का एक लड़का रहता था वह अपने माता-पिता के साथ रहता था। कमल बहुत ही आलसी लड़का था। वह स्कूल का होमवर्क कभी नहीं करता था। हमेशा होमवर्क को टालता रहता था। जब भी कमल होमवर्क नहीं करता था तो अगले दिन वह बीमारी का बहाना बना कर स्कूल ना जाने की जिद करता था।
एक दिन अध्यापिका ने कहा सभी विद्यार्थियों का होमवर्क इंग्लिश, मैथ, हिंदी तीनों की नोटबुक चेक करेंगी। अगले दिन कमल फिर से बीमारी का बहाना कर स्कूल नहीं आया। अध्यापिका ने होमवर्क चेक किया और कुछ बच्चे रह गए और स्कूल की छुट्टी का समय भी हो गया था तो अध्यापिका ने कहा जो भी बच्चे रह गए हैं मैं उनका होमवर्क कल चेक करूंगी। कमल का एक दोस्त था निशित उसने कमल के घर जाकर कहा कि अध्यापिका ने कहा है आज जो बच्चे रह गए हैं उनका होमवर्क कल चेक करेंगी।
तो कमल ठहाके लगाकर हंसने लगा और कहने लगा मैं कल फिर नहीं आऊंगा। फिर वही हुआ अध्यापिका होमवर्क चेक कर रही थी और स्कूल की छुट्टी का वक्त हो गया और फिर कुछ बच्चे रह गए। अगले दिन कमल स्कूल गया और अध्यापिका ने आते ही कमल से कहा कमल अपना होमवर्क चेक कराओ। कमल कहने लगा मैं अपनी नोटबुक घर भूल आया हूं तो अध्यापिका ने उसे डांटा और कहा कि कल तुम सारा होमवर्क कर आना और सबसे पहले तुम्हारी ही नोटबुक चेक होगी।
फिर कमल को एहसास हो गया कि अब उसे होमवर्क और नहीं टालना चाहिए। अब उसे होमवर्क करना ही पड़ेगा उसने निशित से कहा कि तुम मुझे अपनी तीनों सब्जेक्ट की नोटबुक दे दो। निशित ने हैरानी से पूछा तुम मेरी नोटबुक का क्या करोगे? कमल ने कहा मैं यहां से देख कर रात भर सारा होमवर्क खतम कर लूंगा और उसने यह भी कहा कि अब मैं इस काम को और ज्यादा नहीं टाल सकता|। कमल जैसे ही घर पहुंचा उसने होमवर्क करना शुरु कर दिया और पूरी रात बैठकर सारा होमवर्क खतम किया और वह अगले दिन स्कूल चला गया।
अध्यापिका ने सबसे पहले कमल का होमवर्क चेक किया और रात भर ना सोने की वजह से कमल का चेहरा बहुत थका हुआ लग रहा था। उसकी आंखें भी लाल थी। अध्यापिका यह देखकर समझ गई कि कमल रात भर जागा था तो अध्यापिका ने उसे समझाया कि काम टालने से काम नहीं घटता बल्कि काम और बढ़ जाता है।
नैतिक शिक्षा
तो बच्चों हमें कभी अपना काम नहीं टालना चाहिए उसे समय पर करना चाहिए।
Conclusion
तो बच्चों हम आशा करते हैं आपको हमारी top 12 moral stories in Hindi for class 6 बेहद पसंद आई होगी। मजेदार नैतिक शिक्षा की कहानियों को अपने दोस्तों और अपने परिवार वालों से जरूर शेयर करें ताकि वह भी नैतिक शिक्षा के बारे में सीख सकें और उसे अपने जीवन में अपना सके।आज की हमारी कहानी Moral stories in Hindi for class 6 को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।