Sacha Mitra Story in Hindi with Moral | Sachi Mitrata Story in Hindi with Moral | सच्चा मित्र कहानी 2023

Sacha Mitra Story in Hindi with Moral – 🙏🏻हेलो प्यारे बच्चों आज हम आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और मजेदार कहानी लेकर प्रस्तुत हुए हैं। यह कहानियां होती ही बहुत खास हैं जो बहुत ही सरल तरीके से बच्चों के कोमल हृदय में अच्छी सीख पहुंचाने के लिए कारगर साबित होती है। यही वजह है कि हमें बचपन में सुनी हुई कहानियां और उनकी सीख आज तक याद है। तो मैं आशा करती हूं कि आज की यह कहानी Sacha Mitra Story in Hindi with Moral आपके मन में सच्ची मित्रता की अहमियत को बताने में महत्वपूर्ण साबित होगी।

1.सच्चा मित्र की कहानी – True Friendship -Sacha Mitra Story in Hindi with Moral

यह कहानी है दो घनिष्ठ मित्रों की “एहम” और “परम” की। दोनों दोस्त बचपन से ही साथ पले बढ़े और हमेशा साथ रहा करते थे। दोनों ही दोस्त व्यवहार में बेहद अच्छे और एक दूसरे के लिए जान तक देने को तैयार रहते थे। पर वह जिस राज्य में रहते थे वहां का राजा खड़क सिंह बहुत ही खड़ूस , निर्दई और हृदय से पत्थर था। वह अपनी प्रजा को खुश नहीं रखता था।

उसके बनाए कानून से कोई भी प्रजा सुखी नहीं थी। यह बात एहम और परम को बहुत खलती थी। क्योंकि उस प्रजा में कोई भी अपने हक के लिए नहीं लड़ता था। तो एक बार परम ने राजा के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का सोचा। उसने एक वृक्ष के नीचे लोगों को राजा के कानून और उससे होने वाली प्रजा को नुकसान के बारे में बताया।

सच्चा मित्र की कहानी - True Friendship -Sacha Mitra Story in Hindi with Moral

उसी वक्त राजा के सैनिक वहां पहुंचे और परम को बंदी बना लिया और उससे पूछा कि तुम हमारे राजा के खिलाफ बुरा भला क्यों कह रहे हो? आखिर वह इस राज्य के राजा है। परम कहता है कि मैं हमेशा सच कहता हूं। राजा राज्य के हित में बेहतर कदम कभी नही उठाते। तो वह सैनिक उसे बंदी बनाकर राजा के पास ले जाते हैं और राजा को सारी बात बताते हैं।

परम राजा के सामने पेश होता है। राजा के पूछने पर परम राजा से कहता है राजा साहब मुझे क्षमा करें। पर मैं हमेशा सच का साथ देता हूं। इसलिए मैंने जो भी कहा है वह सच कहा है। इस बात पर राजा क्रोधित हो जाते हैं और वह सैनिकों को आज्ञा देते हैं कि परम को बंदी बना लिया जाए। यह भी फैसला लेते है कि आने वाले दसवें दिन में परम को फांसी दी जाए। यह सुनकर सैनिक राजा की बात से सहमत होकर उसे काल कोठरी में बंद कर देते हैं।

यह बात उसके जिगरी दोस्त एहम को पता चलती है। वह उससे मिलने कालकोठरी में पहुंच जाता है और वह परम से कहता है कि मित्र तुम्हे इस हालत में देख मुझे बहुत बुरा लग रहा है। बताओ मैं तुम्हारी क्या मदद कर सकता हूं? परम कहता है कि मेरे मरने के बाद मेरी मां और मेरी बहन का ख्याल रखना तुम्हारी जिम्मेदारी है। एहम कहता है की मैं उनका ध्यान रखूंगा।

तुम्हें यहां से बाहर कैसे निकाला जाए? परम कहता है कि मुझे आखिरी बार अपनी मां को देखना था पर यह संभव नहीं क्योंकि मेरी मां और बहन बहुत दूर रहते हैं। तो मैं उनसे कैसे मिल पाऊंगा ? एहम राजा के पास जाकर उनसे विनती करता है गुहार लगाता है कि राजा साहब परम की यह आखिरी इच्छा है कि वह अपनी मां और बहन को देखना चाहता है। राजा कहते हैं इसकी क्या गारंटी है कि वह दसवें दिन वापस आ जाएगा।

एहम कहता है कि अगर परम वापस ना आया तो इसके बदले आप मुझे फांसी पर चढ़ा दीजिएगा। यह सुनकर राजा मंजूरी दे देते हैं और उसे दसवे दिन हाजिर होने को कहते हैं। परम जैसे तैसे अपनी मां और बहन के पास पहुंचता है और उनके लिए घर पर सारी व्यवस्था करता है और वह उनसे विदा लेकर वापस आ ही रहा होता है कि जंगल में कुछ लुटेरे उसे लूट लेते हैं और उसे अपनी जान बचाकर भागना पड़ता है।

वहीं दूसरी और दसवां दिन शुरू हो जाता है और कहे अनुसार राजा एहम से कहते हैं कि देखो तुम्हारा दोस्तों मक्कार निकला। उसकी फांसी को केवल 2 घंटे रह गए हैं वह अभी तक यहां नहीं पहुंचा है यह उसकी सोची-समझी चाल थी। पर राजा की बात को एहम अनसुना करता है।

अब समय हो चला था और एहम खुशी-खुशी फांसी लगने के लिए तैयार हो गया था। जैसे ही उसे फांसी लगने वाली होती है कि अचानक से परम दौड़ा दौड़ा वहां पहुंच जाता है और ईश्वर का शुक्रिया अदा करता है कि वह सही समय पर पहुंच गया। वह राजा से कहता है कि अब एहम को हटाकर मुझे फांसी पर चढ़ाया जाए। वहीं दूसरी ओर एहम कहता है कि परम भाई फांसी पर तो मैं ही चढ़ूंगा।

यह दृश्य देख राजा चकित रह जाते हैं राजा कहते हैं कि इससे पहले मैंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा कि दो मित्र एक दूसरे के बदले जान देने के लिए तत्पर है। यह देख राजा की आंखों में आंसू आ जाते हैं और राजा खड़क सिंह इन दोनो को ही रिहा कर देते हैं और यह कहते हैं कि इतनी अच्छी और सच्ची दोस्ती में कैसे तोड़ सकता हूं। तो वह दोनों राजा का धन्यवाद कर वहां से रिहा हो जाते हैं।

नैतिक शिक्षा:

तो बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की “सच्चा मित्र” वही होता है जो मुसीबत में काम आए।

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2.माफ करना भी एक कला है – “Art of Forgiveness” – Sachi Mitrata Story in Hindi with Moral

बच्चों यह कहानी है राज और सेम की। वह दोनों बेहद अच्छे मित्र थे। एक बार उन्होंने सोचा क्यों ना हमें नई जगहों की यात्रा करनी चाहिए। तो वह दोनों अगले ही दिन अपना सामान बांध कर फ्लाइट लेकर घूमने चले जाते हैं।

वह कई देश कई शहर कई कस्बे घूमते हैं। इसी तरह वह दोनों एक दिन ऑस्ट्रेलिया के “व्हाइट हेवन” समुद्र के किनारे पहुंच जाते हैं। बैठे ही बैठे किसी बात पर राज और सेम की बहस हो जाती है। राज गर्म दिमाग का था। वह बहस बाजी में सेम को थप्पड़ मार देता है।

सच्चा मित्र की कहानी - True Friendship -Sacha Mitra Story in Hindi with Moral

सेम बिना कुछ कहे चुपचाप से समुद्र के किनारे रेत पर लिखता है कि आज मेरे प्रिय मित्र ने मुझे थप्पड़ मारा। वह राज से कोई बातचीत नहीं करता। कुछ देर बाद वह समुद्र में छलांग लगाता है और तैरने की कोशिश करता है।

पर वह असफल हो जाता है। बहुत ऊंची और बड़ी लहरों के कारण सेम डूबने लगता है। यह देख राज एक रस्सी की सहायता से सेम को बचाता है। जब सेम समुद्र से बाहर आता है तो वह राज का धन्यवाद करता है। समुद्र किनारे एक बड़े पत्थर पर सेम लिखता है कि आज मेरे प्रिय मित्र ने मेरी जान बचाई।

यह देख राज हैरानी से सेम को पूछता है जब मेने थप्पड़ मारा था तो तुमने वह बात रेत पर लिखी थी और जब मेने तुम्हारी जान बचाई तो तुमने यह बात पत्थर पर लिखी। आखिर ऐसा क्यों?

तो सेम ने राज को समझाते हुए कहा कि कुछ देर का गुस्सा और परेशानियां रेत पर ही लिखी जानी चाहिए ताकि समुद्र की लहरें और हवा के द्वारा वह जल्द ही मिट सके और अच्छी बातें अच्छी यादें यह सब पत्थर पर ही लिखे जाने चाहिए। ताकि वह सालों साल अपनी छाप पत्थर पर छोड़ सकें।

नैतिक शिक्षा

तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “हमें बुरी बातें और लड़ाई झगड़ों को हमेशा माफ कर देना चाहिए बल्कि अच्छी यादों को ही संजो कर रखना चाहिए”।

CONCLUSION:

Sacha Mitra Story in Hindi with Moral – बच्चों मैं आशा करती हूं कि आपको यह कहानियां बहुत पसंद आई होंगी और इन कहानियों से आपने मित्रता का पाठ पढ़ा होगा साथ ही साथ सच्ची मित्रता की अहमियत को भी जाना होगा। अगर आपको यह कहानी Sacha Mitra Story in Hindi with Moral पसंद आई हो तो अपने सच्चे मित्रों को शेयर करना ना भूले और साथ ही इन कहानियों को लेकर कोई सुझाव या कोई प्रश्न हो तो इसे भी आप कमेंट बॉक्स में जरूर कमेंट करें हमें बेहद खुशी होगी धन्यवाद।🙏🏻

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1.क्या Top 10 Moral Stories in Hindi से हमें नैतिक शिक्षा का ज्ञान मिल सकता है?

जी हां। आप बिल्कुल सही जगह पर हैं अगर आप नैतिक शिक्षा का ज्ञान पाना चाहते हैं। यह कहानियां मजेदार होने के साथ साथ बहुत है शिक्षाप्रद हैं।

2. क्या इन कहानियों में चित्रों का इस्तेमाल किया गया है?

जी हां। इन कहानियों को और भी मजेदार और पढ़ने में आसान बनाने के लिए हमने इसमें चित्रों का इस्तेमाल किया है। ताकि यह कहानियां बड़ों के साथ साथ बचे भी पढ़ सकें।

3. यह कहानियां बच्चों के लिए पढ़ने योग्य है?

जी हां। यह कहानियां खास हमने बच्चों का ध्यान रख कर बनाई हैं। ताकि बड़ों के साथ साथ बच्चे भी इन कहानियों का लुफ्त उठा सकते हैं और इनसे अच्छी सीख ले सकते हैं और अच्छे बुरे का ज्ञान समझ सकते हैं।

4. क्या इन कहानियों के अंत में नैतिक शिक्षा दी गई है?

जी हां। हर एक कहानी के अंत में आपको short and sweet सी नैतिक सीख दी गई है। जो समझने में बहुत आसान है।

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