Short Moral Stories in Hindi for Class 1 – आज हम आपके लिए लेकर आए हैं बहुत ही मजेदार, चुलबुली और शिक्षाप्रद कहानी। यह कहानियां आपको अच्छे और बुरे में फर्क करना सिखाएगी। हम यहां आपका मनोरंजन ही नहीं बल्कि इन Short Moral Stories in Hindi for Class 1 के द्वारा हम आपको नैतिकता का पाठ भी पढ़ाएंगे।
माता पिता से अनुरोध है कि आप अपने छोटे बच्चों को यह कहानियां पढ़ा कर भी सुना सकते है। यह कहानियां बच्चों के नन्हे मस्तिष्क के विकास में बहुत ही कारगर साबित हुई है साथ ही बच्चों के भोले मनों में भी यह नैतिकता का बीज बोने में सहायक है। हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह कहानियां बहुत ही मजेदार और शिक्षाप्रद लगेंगी। तो चलिए ज्यादा देर न करते हुए शुरू करते हैं:
1.मधुमक्खी और शहद की कहानी | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक दिन एक चिड़िया मधुमक्खी से कहती है कि मधुमक्खी क्या तुम्हें बुरा नहीं लगता?
जब तुम्हारी दिन रात की कड़ी मेहनत के बाद तुम्हारे द्वारा बनाया गया शहद मनुष्य चुरा लेता है।

मधुमक्खी कहती है की नहीं।
मनुष्य मेरे द्वारा इकट्ठा किया गया शहद चुरा सकता है परंतु मेरी शहद बनाने की कला को नहीं चुरा सकता।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चो इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “खुद की काबिलियत पर भरोसा रखें”।
2 कछुए और चिड़िया की कहानी | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक कछुआ पेड़ के नीचे आराम कर रहा था उसी पेड़ पर एक चिड़िया का घोंसला था। चिड़िया उस घोंसले में अपने परिवार के साथ रहा करती थी।
कछुआ चिड़िया के घोसले को देखकर कहता है कि यह घोंसला देखने में कितना भद्दा है। टूटी-फूटी टहनियों से बना है। कछुआ यह भी कहता है कि देखो मेरा घर तो मेरा खोल (Shell) ही है।
यह कितना सुंदर है इस पर चिड़िया जवाब देती है कि मेरा घोंसला चाहे टूटी-फूटी टहनियों से बना हो पर वह मेरी मेहनत से बना है और मुझे बहुत पसंद है।
इस घोसले में मैं और मेरा पूरा परिवार रहते हैं पर तुम्हारे shell में तुम्हारे अलावा कोई नहीं रह सकता। इसीलिए मैं अपने घोसले से बहुत खुश हूं।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “एकांत हवेली से एक भीड़ भरी झोपड़ी ही बेहतर है”।
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3.एहसान फरामोश | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक दिन एक ऋषि मुनि एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहे थे। अचानक से ऋषि मुनि की गोद में एक चूहा आ गिरा। वह चूहा एक बाज़ के मुंह से छूटकर गिरा था।
ऋषि मुनि ने उस चूहे को बहुत प्यार से उठाया और उसे अपने बच्चे की तरह पाला। उसे खाना खिलाने लगा और अच्छी तरह से उसका पालन पोषण करने लगा।

वह चूहा बिल्ली से डरकर ऋषि मुनि के पास आया और ऋषि मुनि ने उस पर जादू चलाया और कहा कि तुम कुत्ता बन जाओ। अब वह कुत्ता शेर से डरने लगा और ऋषि मुनि ने उसे आशीर्वाद दिया कि तुम शेर ही बन जाओ।
अब वह ऋषिमुनि शेर को ही पालने लगा। परंतु वह शेर कुछ और ही चाहता था। एक दिन वह ऋषिमुनी को देखकर सोच रहा था कि अगर मैं ऋषिमुनि को देखता रहूंगा तो मुझे अपने चूहे का रूप याद आता रहेगा और उसने ऋषि को खा कर समाप्त करने का सोचा।
किंतु ऋषिमुनि शेर के मन के भाव को समझ गया। तुरंत अपनी शक्तियों से ऋषिमुनि ने शेर को दुबारा चूहा बना दिया।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “जिस थाली में खाया हो उसमे छेद नहीं किया करते”।
4.चालाक लोमड़ी की कहानी | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक जंगल में एक लोमड़ी रहा करती थी उसे अपनी बुद्धि पर बहुत घमंड था। वह बहुत ही चालाक थी।
एक दिन लोमड़ी भोजन की तलाश में इधर उधर भटक रही थी पर उसे भोजन नहीं मिल रहा था। वह बहुत थक गई थी। अचानक उसकी नजर एक घर की छत पर पड़ी वहां पर एक मुर्गा था।
लोमड़ी का मन मुर्गे को देख ललचाया और उसने मुर्गे को भोजन बनाने का सोचा। लोमड़ी ने मुर्गी को फसाने का सोचा। उसने बहुत प्यार से मुर्गे से बात की और कहा कि मुर्गे भैया बहुत दिनों बाद दिखे हो कहां थे?
तुम बहुत ही कमजोर लग रहे हो जरा छत से नीचे तो आओ तुम्हारी नब्ज़ देखकर मैं पता लगा लूंगा कि भला तुझे क्या बीमारी हुई है? पर मुर्गा भी समझदार था वह लोमड़ी की चालाकी को समझ गया और मुर्गे ने भी जवाब दिया भाई मैं बहुत कमजोर महसूस कर रहा हूं।
मैं छत से नीचे बिल्कुल नहीं आ सकता। मैं चलने की हालत में नहीं हूं। यह सुनकर लोमड़ी को समझ आ गया कि उसकी बेज़्यती हो चुकी है और वह वहां से चुपचाप से चला गया।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “हमें कभी भी दूसरों को बेवकूफ नहीं समझना चाहिए”।
5.बेवकूफ हाथी की कहानी | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक हाथी जंगल से बहुत ही शान से गुजर रहा था। तभी कुछ भूखे भेड़िए उस हाथी को देखकर यह योजना बनाते हैं कि अगर यह हाथी हमारा भोजन बन जाए तो कई दिनों तक हमें मेहनत करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

उनमें से एक भेड़िया हाथी के पास जाता है और कहता है कि महाराज हम पर दया कीजिए। हाथी कहता है क्या हुआ क्या बात है?
इस पर भेड़िया कहता है कि मुझे किसी ने आपके पास भेजा है कि बिना किसी राजा के नेतृत्व के यह जंगल और हम जैसे प्राणी अधूरे हैं। इस जंगल को चलाने के लिए कोई राजा होना आवश्यक है तो हम आपको इस जंगल का राजा घोषित करते हैं।
इस पर हाथी बहुत खुश होता है और वह लोमड़ी के साथ चल देता है। भेड़िया बहुत चालाक थी वह हाथी को कीचड़ वाले रास्ते से लेकर जाती है। हाथी अचानक से दलदल में फंस जाता है।
हाथी भेड़िए से मदद की गुहार लगाता है। भेड़िया ठहाके लगाकर हंसती है और यह देखकर हाथी को अपने किए पर बहुत दुख होता है।
देखते ही देखते हाथी दलदल में डूब कर मर जाता है। भेड़ियों की चाल कामयाब हो जाती है।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “चापलूसों से सावधान रहें”।
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6.कबूतर और चींटी की कहानी | Hindi Moral Stories for Class 1
एक चींटी पेड़ पर चढ़ने का प्रयास कर रही थी। अचानक से वह पेड़ से गिरकर नदी में गिर जाती है और यह सारा दृश्य एक कबूतर देख रहा था।
चींटी बहुत प्रयास करती है नदी से बाहर आने की तभी कबूतर पेड़ से एक पत्ता तोड़ कर नदी में फेंकता है और चींटी उस पत्ते के सहारे नदी से बाहर आ जाती है और कबूतर का धन्यवाद करती है।
इसी तरह एक दिन एक शिकारी कबूतरों का शिकार करने जंगल में आया उसने जमीन में कुछ अनाज के दाने फेंके और जाल बिछा दिया।
शिकारी की यह तैयारी उस चींटी ने देख ली और उसने जोर से उस शिकारी के पैरों को काट दिया। शिकारी जोर-जोर से चीखने लगा और उसकी चीख की आवाज सुनकर वह कबूतर सब समझ गया और वह जंगल की दूसरी छोर की और उड़ चला।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है कि “कर भला तो हो भला”।
7.झूठी उम्मीद पर एक कहानी | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक सर्द रात की बात है रमेश नाम का अमीर नौजवान एक गली से गुजर रहा था। वहां पर उसकी नजर एक बूढ़े इंसान पर पड़ी और उसने बड़े ही हैरानी से उस आदमी से पूछा क्या आपको ठंड नहीं लग रही?

जवाब में उस बूढ़े इंसान ने कहा मुझे इस सर्दी की आदत है और इस पर रमेश ने कहा कि आप मेरा इंतजार कीजिए मैं घर से आपके लिए एक कंबल लेकर आता हूं। जिससे कि इस सर्द रात में आपको गर्माहट मिलेगी।
इस पर वह गरीब बूढ़ा खुश हो जाता है और वह रात भर रमेश का इंतजार करता है पर वह नहीं आता। जैसे ही सुबह रमेश को अपने किए हुए वादे की याद आती है तो वह दौड़कर उसी गली में बूढ़े बाबा के पास जाता है।
वह देखता है कि वह बूढ़ा बाबा ठंड से मर चुका था और उसकी लाश के पास एक चिट्ठी पड़ी थी और उसमें लिखा था कि इतने सालों से मैं इसी तरह जीवन व्यतीत कर रहा था और इस ठंड ने अभी तक मेरा कुछ ना बिगाड़ा क्योंकि मेरी मानसिक शक्ति बहुत मजबूत थी।
पर जैसे ही तुमने वादा किया मेरी मानसिक शक्ति कम हो गई और मैं तुम्हारे उस वायदे से जुड़ गया और इसलिए आज मुझे ठंड बहुत लग रही है। यह चिट्ठी देखकर रमेश खूब रोया।
नैतिक शिक्षा:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने वायदों को पूरा करना चाहिए अगर हम किसी से वादा करते हैं तो उस वादे को निभाना हमारा कर्तव्य है। “हमे झूठे वादे नहीं करने चाहिए”
8.LAYS CHIPS की कहानी | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक दिन एक व्यापारी अच्छे आलू की खोज में शहर की ओर निकल पड़ा। उस व्यापारी के पास चिप्स की फैक्ट्री थी उसी के लिए वह अच्छे आलू की खोज कर रहा था

हाथ में एक सूटकेस था और उसके अंदर खूब सारे पैसे थे। तभी उसे रास्ते में खूब सारे आलू दिखते हैं पर वह समझ नहीं पा रहा था कि कौन सा आलू अच्छा है और कौन सा बुरा?
तभी उसे एक तरकीब सूझती है वह जानबूझकर गिर जाता है और पैसों से भरा सूटकेस भी गिर जाता है बुरी नियत के सभी आलू पैसों की सूटकेस की ओर भागे चले आते हैं
वहीं दूसरी ओर एक इमानदार आलू चिल्लाकर उन सब बेईमान आलुओं को वहां से भगा देता है और उस आदमी को उठने में सहायता करता है और उसका गिरा धन भी उठाकर उसे सौंपता है।
यह देखकर वह व्यापारी खुश हो जाता है और वह उस आलू को लेकर जाता है और इसी तरह के चुनिंदा आलू से ही वह अपनी फैक्ट्री में चिप्स बनाता है आज वह कंपनी है “lays”।
Moral of the Story:
प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “कई बार जरूरत से ज्यादा अच्छाई भी हमारे नुकसान का कारण बन सकती है और लोग हमारी अच्छाई का फायदा भी उठा सकते हैं”।
9.अक्कल बड़ी या भैंस? | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
हरियाणा के एक शहर में एक पहलवान रहा करता था। उसी शहर में एक विद्वान भी रहा करता था। एक दिन पहलवान उस विद्वान से कहता है तुम भले ही अक्क्ल में बड़े हो लेकिन ज्यादा ताकतवर तो मैं ही हूं।
इस पर विद्वान कहता है अच्छा। और पहलवान से पूछता है यह बताओ तुम्हारे अंदर कितनी ताकत है? इस पर जवाब देते हुए पहलवान कहता है कि मैं 5 क्विंटल की चट्टान को सिर्फ एक हाथ से उठाकर आसमान में उछाल सकता हूं।
इस पर विद्वान कहता है अच्छा आओ मेरे साथ देखते हैं कौन है अधिक ताकतवर? पहलवान हामी भरता है और विद्वान के साथ चल देता है।
विद्वान पहलवान को शहर के चारदीवारी के पास ले कर जाता है और बोलता है जरा इस रुमाल को दीवार के उस पार फेंक कर तो दिखाओ। पहलवान हंसता है और कहता है यह कोई बड़ी बात नहीं।
पहलवान रूमाल उठाकर पूरी ताकत लगाकर उसे फेंकता है लेकिन रूमाल वहीं गिर पड़ा। विद्वान ठहाके लगाकर हंस पड़ा और कहता है अब मेरी ताकत देखो।
विद्वान एक छोटा सा पत्थर उठाता है रूमाल के अंदर डालता है उसको दीवार के पार आसानी से फेंकता है। यह देखकर पहलवान हैरान हो जाता है।
Moral of the Story:
प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अकल बड़ी या भैंस?
10.चूहे की मज़दूरी की कहानी | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
बहुत समय पहले की बात है एक आदमी के पास धान नहीं था उस आदमी ने धान का पौधा एक पोखरी के बीच में देखा धान की बालियां झूम झूम कर जैसे उस आदमी को बुला रही थी

पर गहरे पानी के कारण उस पार पहुंचना मुश्किल था आदमी सोच ही रहा था कि क्या तिगड़म लगाई जाए।तभी उसे एक चूहा दिखाई दिया आदमी ने चूहे को बुलाया और कहा कि गहरे पानी के कारण में नदी के उस पार नहीं जा पा रहा हूं।
क्या तुम मेरी मदद करोगे? चूहा इस पर हामी भरता है और वह झट से तैर कर नदी के पार पोखरी में से धान कुतर कुतर कर नदी के किनारे लेकर आता है और धान की ढेर लगा देता है।
चूहा आदमी से कहता है क्या तुम मुझे भी मेरा हिस्सा दोगे? तो आदमी मना करता है और कहता है कि मेरे घर आओ मैं तुम्हें वहीं पर धान खिलाऊंगा।
यह सुनकर चूहा मायूस हो जाता है और वह उस आदमी की चाल समझ जाता है। चूहा गुस्सा हो जाता है और तब चूहा उस आदमी के घर रात के समय जाता है और सारे धान को खा लेता है और अनाज की खूब नुकसान करता है।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी किसी के साथ धोखा नहीं करना चाहिए इसीलिए कहा गया है “जैसे को तैसा“।
11.सच्चे मित्र की कहानी | Hindi Moral Stories for Class 1
एक दिन राहुल और रोहित खेलते खेलते अपने घर से काफी दूर पहुंच गए वह खेल में इतने मगन हो गए कि उन्हें जरा भी खबर ना थी कि वह इतनी दूर पहुंच गए हैं।
राहुल 6 साल का था और रोहित 10 साल का वह दोनों बहुत ही अच्छे मित्र थे अचानक से खेलते खेलते रोहित कुएं में गिर जाता है और जोर-जोर से मदद के लिए आवाज़ लगाता है।
6 साल का राहुल यह देखकर घबरा जाता है और मदद के लिए आसपास देखने लगता है पर दूर-दूर तक कोई नहीं दिखता।
इस पर राहुल हिम्मत कर अपनी सूझबूझ का सहारा लेकर बाल्टी रस्सी से बांधकर कुएं में फेंक देता है और रोहित को उस बाल्टी को पकड़कर रखने को कहता है।
राहुल जोर-जोर से उस रस्सी को खींचने की पूरी कोशिश करता है अत्यंत कोशिश के बाद रोहित कुएं के बाहर आ जाता है और राहुल का धन्यवाद करता है।
वह दोनों घर जाकर यह सारा दृश्य अपने माता-पिता को सुनाते हैं पर वह इसका जरा भी भरोसा नहीं करते और वह यह कहते हैं कि आखिर से 6 साल का बच्चा 10 साल के बच्चे को कैसे कुए से निकाल सकता है।
तभी घर के मुखिया जो कि काफी विद्वान थे वे कहते हैं कि यह अवश्य ही संभव है क्योंकि उस समय उनकी मदद के लिए कोई नहीं था और राहुल ने पूरे शक्ति और पूरे मन से यह कार्य किया और वह उस कार्य में सफल हुआ।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों अबे यह सीख मिलती है कि “अगर सच्ची लगन और मेहनत हो तो कठिन से कठिन कार्य भी आसानी से किया जा सकता है”
12.Love V/S EGO? | Short Moral Stories in Hindi for Class 1
एक समय की बात है एक सागर के किनारे सभी तरह की भावनाएं रहा करती थी। उस सागर में बहुत ही भयानक तूफान आया।
सभी तरह की भावनाएं बहुत ही घबरा गई पर केवल प्यार ने हिम्मत दिखाई और सभी भावनाओं को उसने अपनी नाव पर बिठाया।

उसने यह पाया कि एक भावना उसके नाव पर नहीं पहुंची है तो उसने भी इच्छा जताई कि आखिर वह कौन है जो नाव में आने को तैयार नहीं?
प्यार ने बहुत कोशिश की और EGO को बहुत मनाया पर EGO बिल्कुल भी नहीं मानी। भावनाओं ने प्यार को समझाया कि EGO को छोड़कर तुम नाव में बैठ जाओ क्योंकि तूफान बढ़ता ही जा रहा है।
पर प्यार नहीं माना “प्यार तो आखिर प्यार है”। तूफान बढ़ने लगा और सभी तरह की भावनाएं उस नाव में बैठकर वहां से दूर चली गई और इसी तरह प्यार EGO की वजह से मर गया।
Moral of the Story:
तो प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि “अहंकार के कारण ही प्रेम मरता है” ( Love dies because of ego)
CONCLUSION:
Short Moral Stories in Hindi for Class 1 – तो प्यारे बच्चों वा दोस्तों कैसी लगी आपको हमारी यह मजेदार कहानियां। आशा करती हूं आपको यह कहानियां बहुत ही चुलबुली और रोचक लगी होगी और आपसे अनुरोध है कि अगर आपको यह कहानियां Short Moral Stories in Hindi for Class 1 कहानियां अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। अगर कहानियों को लेकर कोई भी प्रश्न या सुझाव हो तो नीचे दिए गए comment box में अपना comment जरुर शेयर करें हमें बेहद खुशी होगी। धन्यवाद🙏
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FAQ (Frequently Asked Question)
1.क्या यह Short Moral Stories in Hindi for Class 1 छोटे बच्चों के जीवन में नैतिकता का भाव पैदा करने के लिए सहायक हैं?
जी हां। यह कहानियां खासकर हमने छोटे बच्चों के लिए ही तैयार की है। यह कहानियां पढ़ने में भी बहुत आसान होने के साथ साथ मज़ेदार भी है और बच्चे इन कहानियों से बहुत अच्छी सीख लेते हैं।
2.क्या यह कहानियां छोटे बच्चे पढ़ सकते हैं?
जी हां। यह कहानियां बहुत ही आसान भाषा में लिखी गई है। छोटे बच्चे भी खुद ही इन कहानियों को बड़ी आसानी से पढ़ सकते है और साथ ही साथ इससे बच्चों की पढ़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है। हिंदी कहानियां पढ़ने से उन्हे मात्राओं और भाषा का ज्ञान भी मिलता है।
3.क्या इन कहानियों में cartoon characters भी हैं?
जी हां। हम अपनी इन कहानियों में चित्रों का खास ध्यान रखते हैं। क्योंकि यह कहानियां खासकर छोटे बच्चों के लिए होती हैं। इसीलिए Cartoon characters का इस्तेमाल कर हम इन कहानियों में जान ले आते हैं और यह cartoons बच्चों में पढ़ाई के साथ साथ मनोरंजन
4.हमें इन नैतिक कहानियों से क्या सीख मिलती है?
यह नैतिक कहानियां हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। छोटे बच्चे इन कहानियों से अच्छे और बुरे में फर्क करना सीखते हैं और साथ ही साथ यह हमें एक अच्छा इंसान बनने में भी सहायक होती हैं।
Short Moral Stories in Hindi for Class 1 – आज हम आपके लिए लेकर आए हैं बहुत ही मजेदार, चुलबुली और शिक्षाप्रद कहानी। यह कहानियां आपको अच्छे और बुरे में फर्क करना सिखाएगी। हम यहां आपका मनोरंजन ही नहीं बल्कि इन Short Moral Stories in Hindi for Class 1 के द्वारा हम आपको नैतिकता का
1.क्या Top 10 Moral Stories in Hindi से हमें नैतिक शिक्षा का ज्ञान मिल सकता है?
जी हां। आप बिल्कुल सही जगह पर हैं अगर आप नैतिक शिक्षा का ज्ञान पाना चाहते हैं। यह कहानियां मजेदार होने के साथ साथ बहुत है शिक्षाप्रद हैं।
2. क्या इन कहानियों में चित्रों का इस्तेमाल किया गया है?
जी हां। इन कहानियों को और भी मजेदार और पढ़ने में आसान बनाने के लिए हमने इसमें चित्रों का इस्तेमाल किया है। ताकि यह कहानियां बड़ों के साथ साथ बचे भी पढ़ सकें।
3. यह कहानियां बच्चों के लिए पढ़ने योग्य है?
जी हां। यह कहानियां खास हमने बच्चों का ध्यान रख कर बनाई हैं। ताकि बड़ों के साथ साथ बच्चे भी इन कहानियों का लुफ्त उठा सकते हैं और इनसे अच्छी सीख ले सकते हैं और अच्छे बुरे का ज्ञान समझ सकते हैं।
4. क्या इन कहानियों के अंत में नैतिक शिक्षा दी गई है?
जी हां। हर एक कहानी के अंत में आपको short and sweet सी नैतिक सीख दी गई है। जो समझने में बहुत आसान है।